ज़मीन की रजिस्ट्री या किसी प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट जैसे बहुत से दस्तावेज होते हैं. उन दस्तावेजो मे कुछ त्रुटियां रह जाती हैं|जैसे कि कई बार हमारे दस्तावेजों में नाम गलत होते हैं या फिर नाम के अलावा कोई अन्य डिटेल गलत होते हैं। जिसे सुधर करवाने के लिये हमें कई बार सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं | आज इस पोस्ट में हम रजिस्ट्री में नाम चेंज करने की पूरी प्रक्रिया बताने जा रहे हैं जिसे आप पूरा जरुर देखें |
प्रॉपर्टी के किसी दस्तावेज पर व्यक्ति का नाम गलत हो जाने पर सुधार कराना बहुत मुश्किल हो जाता है. ऐसे में वो व्यक्ति बहुत चिंतित और घबरा जाते है | अगर आपका नाम रजिस्ट्री में गलत हो गया है या फिर आप उस नाम की जगह किसी और नाम को उसकी जगह बदलना चाहते हैं | . इस पोस्ट में प्रॉपर्टी के दस्तावेज में नाम कैसे बदले के स्टेप बाय स्टेप जानकारी उपलब्ध है, जिसके मदद से आप भी दस्तावेज में नाम बदल सकते है|
हमें हमारे दैनिक जीवन में कई प्रकार के दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, ताकी हम अन्य कई प्रकार के कार्य को कर सके। लेकिन जब बात आती है इन दस्तावेजों को बनवाने की, तो कई बार इनको बनवाते वक्त हमसे कुछ त्रुटि हो जाती है। जैसे कि कई बार हमारे दस्तावेजों में नाम गलत होते हैं या फिर नाम के अलावा कोई अन्य डिटेल गलत होते हैं। इसलिए आप इस पोस्ट रजिस्ट्री में नाम कैसे बदलें पूरी प्रक्रिया ऐसे देखें में दी गयी पूरी जानकारी को पूरा जरुर देखें | तो चलिये शुरू करते हैं |
जमीन रजिस्ट्री क्या है?
अगर कोई जमीन या प्रॉपर्टी किसी व्यक्ति की है और वह उसका मालिक किसी और को बनाना चाहता है, अर्थात उसके मालिकाना हक में बदलाव करना चाहता है, तो उसके लिए उसे जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया करनी होगी इसे ही रजिस्ट्री कहते हैं।
रजिस्ट्री के बिना आप किसी जमीन को खरीद और बेच नहीं सकते। रजिस्ट्री का अर्थ है विक्रेता की नाम की जमीन को क्रेता के नाम के पक्ष में करना, अर्थात उसके नाम पर करना। अगर आप यह प्रक्रिया नहीं करते हैं, तो यह गैरकानूनी होगा। क्योंकि रजिस्ट्री से ही जमीन के असली मालिक का पता चलता है, इसलिए यह करवाना बहुत जरूरी हो जाता है।
रजिस्ट्री में नाम कैसे बदलें ?
अगर आप से भी अपने रजिस्ट्री के दस्तावेज बनवाते समय नाम में किसी प्रकार की त्रुटि हो गई है, तो आप हमारे द्वारा बताए गए इन प्रक्रियाओं से नाम को बदल सकते हैं या उसे ठीक कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं रजिस्ट्री में नाम बदलने के तरीके।
भारत में मुख्य रूप से रजिस्ट्री में नाम बदलने की प्रक्रिया के तीन चरण होते हैं, जिनके बारे में आपको डिटेल में नीचे बताया गया है। आपको भी अगर अपने रजिस्ट्री में नाम बदलना है, तो इन तीनों प्रक्रियाओं से गुजरना होगा उसके बाद ही आप अपने रजिस्ट्री में नाम को बदल सकेंगे।
स्टेप-1 एक शपथ पत्र तैयार करना
रजिस्ट्री में अपना नाम बदलने या सुधार लाने के लिए सबसे पहले आपको एक शपथ पत्र तैयार करना होगा। इसके लिए आपको अपने किसी जानकार या आसपास के नोटरी के पास जाना होगा। वह आप को शपथ पत्र बनाने के लिए स्टांप पेपर उपलब्ध कराएगा।
उसके बाद आपको अपने स्टांप पेपर पर आपके प्रॉपर्टी के पुराने नाम तथा जो नाम आप बदलना चाहते हैं अर्थात नया नाम तथा आपका नाम आपके प्रॉपर्टी का स्थान तथा अन्य मूल जानकारियां उसमें देनी होगी। उसके बाद आपको उस पर नोटरी से स्टैंप लगवाना है।
ध्यान दे – आपके शपथ पत्र पर कम से कम दो गजट अधिकारी रैंक के हस्ताक्षर होने जरूरी हैं, तो ध्यान रखें कि आपके पास कम से कम दो अधिकारियों के हस्ताक्षर हो। अन्यथा आप रजिस्ट्री में नाम नहीं बदल पाएंगे।
स्टेप-2 रजिस्ट्री में नाम बदलने हेतु समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशन करना
जैसे ही आप अपना शपथ पत्र बना लेते हैं, उसके बाद आपका अगला काम है कि रजिस्ट्री में नाम बदलने हेतु किसी समाचार पत्र में अपने लिए विज्ञापन प्रकाशित करें। आप किसी भी समाचार पत्र में अपने रजिस्ट्री के लिए विज्ञापन प्रकाशित कर सकते हैं। जैसे कि नवभारत, दैनिक भास्कर, टाइम्स ऑफ इंडिया आदि।
इसमें आपको रजिस्टर में नाम बदलवाने हेतु अपने प्रॉपर्टी का स्थान पुराना नाम तथा उसका नया नाम आपका नाम, पता तथा जन्म तिथि लिखना होगा। साथ ही साथ अगर कोई महिला किसी प्रॉपर्टी पर अपने नाम को हटाकर अपने पति का नाम जोड़ना चाहती है, तो उसके लिए उसे पिता के नाम के साथ-साथ पति का नाम तथा प्रॉपर्टी का पुराना नाम से नया नाम लिखकर विज्ञापन प्रकाशित करना होगा।
स्टेप-3 राजपत्र द्वारा अधिसूचना को प्राप्त करना
अगर आपने अपना शपथ पत्र तैयार कर लिया है, साथ ही साथ अपने में रजिस्ट्री के नाम बदलने हेतु विज्ञापन भी प्रकाशित कर दिया है तो उसके बाद आपको दस्तावेजों तथा एक विज्ञापन प्रकाशन की एक प्रति भारत में प्रकाशन विभाग को भेजना होगा। तथा अपने प्रॉपर्टी के हैं नाम में बदलाव संबंधी राजपत्र अधिसूचना को प्राप्त करना होगा
स्टेप-4 अब रजिस्ट्री में अपना नाम बदलें
अब संबंधित व्यक्ति को कार्यालय में जाकर अपने रजिस्ट्री के नाम बदलने के संबंध में कुछ मामूली सा शुल्क अदा करना होगा।
उसके बाद संबंधी व्यक्ति के दस्तावेजों तथा नाम बदलने के कारणों की अच्छी तरह से सत्यापन हेतु जांच की जाती है, की क्या यह संपत्ति उस व्यक्ति की है या नहीं। कहीं संपत्ति के नाम बदलने में पुराने नाम वाले व्यक्ति को कोई आपत्ति तो नहीं, इस तरह कई जांच किए जाते हैं।
यह सब करने के बाद नए नाम को रजिस्ट्री के साथ सरकारी रिकॉर्ड में रजिस्टर कर दिया जाता है। तथा आवश्यक दस्तावेज संबंधित उक्त नए नाम वाले व्यक्ति अर्थात नए मालिक को दे दिया जाता है।
रजिस्ट्री सामान्य प्रश्न (FAQs)
जमीन रजिस्ट्री में नाम कैसे चेंज करें ?
दोस्तों जमीन में नाम चेंज कराने के लिए आपको गजट नोटिफिकेशन की जरूरत पड़ेगी। इसकी मदद से आप बड़ी आसानी से जमीन में अपना नाम चेंज कर पाएंगे।
रजिस्ट्री कितने प्रकार के होते हैं ?
मुख्य रूप से किसी भी जमीन की रजिस्ट्री 6 से 7 प्रकार की होती हैं, यानी कि अगर आपको किसी जमीन की रजिस्ट्री करानी है, तो उसे आप 6 से 7 अलग अलग तरीके से रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
जमीन की रजिस्ट्री कितने दिन तक कैंसिल हो सकती है?
किसी भी जमीन की रजिस्ट्री लगभग 90 दिन में कैंसिल हो सकती है.
क्या जमीन की रजिस्ट्री बदली जा सकती है ?
जी हां दोस्तों जरूरत पड़ने पर जमीन की रजिस्ट्री को भी बदला जा सकता है। इसके लिए जो प्रक्रिया यहाँ हमने बताया है उसे ध्यान से पालन करना होगा।
जमीन रजिस्ट्री कितने दिनों में की जाती है?
जमीन की रजिस्ट्री 45 से 90 दिनों के अन्दर की जाती है और नये मैल्क का नाम संपत्ति कर दी जाती है.