अगर अपने हाल में ही जमीन खरीदा है और आप किसी भी फर्जी तरीके से बेची गई जमीन का हिस्सा बन गए है तो आप किस प्रकार अपने आपको सुरक्षित करें इसकी जानकारी आप इस पोस्ट के माध्यम से प्राप्त करेंगे ताकि भविष्य में आप कैसे जमीन विवाद से बच सकते हैं । प्रॉपर्टी को लेकर आपने कई तरह के विवाद के बारे में सुना, देखा या जाना होगा. कुछ लोग दूसरों की प्रॉपर्टी पर अधिकार जताने के लिए फर्जी कागजात भी बनवा लेते हैं । आप कौन-कौन से सावधानी बरतेंगे इसकी जानकारी आप इस पोस्ट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
किसी भी जमीन विवाद को फर्जी तरीके से बेचे गए जमीन के लिए आप किस प्रकार अपनी सुरक्षा कर सकते हैं जिससे आप भविष्य में फर्जी रजिस्ट्री या दाखिल खारिज संबंधी विवाद ना हो इसकी जानकारी आप पोस्ट के माध्यम से प्राप्त करेंगे । अगर आप इस वेबसाइट पर नए हैं तो आप हमारे अन्य पोस्ट को भी जरूरत पढ़े जिससे आप जमीन के संबंध किसी भी जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए आप इस पोस्ट फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को बेचने वालो से कैसे बचे में दी गई पूरी जानकारी को पूरा जरूर देखें। तो चलिए शुरू करते हैं।
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को बेचने वालो से कैसे बचे
फर्जी दस्तावेज ,फर्जी सहमति पत्र, फर्जी अंगूठा निशान और फर्जी फोटो चस्पां करते हुए रजिस्ट्री पेपर तैयार कर बेच देते है जिसके लिए आप विक्रेता पर 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज करा सकते है ।
आप सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने में प्रॉपर्टी पर कोई इस तरह से अधिकार नहीं होने पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए ।
आप प्रॉपर्टी के मूल मालिक ही हैं और आपने अब तक अपनी प्रॉपर्टी को न तो बेचा है और न ही इसे लेकर किसी तरह का ट्रांजैक्शन किया है तो आप चुनौती कर सकते है ।
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को बेचने वालो पर आईपीसी की धारा 420 (धोखा देना), 467 (कागजारों का फर्जीवाड़ा), 468 (धोखा देने के उद्देश्य से फर्जीवाड़ा), 471 (फर्जी कागज को सही कागज के रूप में दिखाना) के तहत कर्ज दर्ज कराया जा सकता है ।
प्रॉपर्टी मालिक के तौर पर आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
- प्रॉपर्टी पर आपका फिजिकल रूप में कब्जा नहीं है तो आप दस्तावेज के सहारे शिकायत दर्ज करानी चाहिए ।
- किरायेदार को किराया देने पर सहमती पत्र अवश्य बनाये ।
- प्रॉपर्टी पर आपको किसी दूसरे व्यक्ति को लंबे समय किराये पर कब्जा में नहीं देना चाहिए ।
- भूमि पर अवैध कब्जा करने से सावधान रहना चाहिए |
प्रॉपर्टी सामान्य प्रश्न (FAQs)
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को बेचने वालो से कैसे बचे ?
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को बेचने वालो की जानकारी प्राप्त कर आप नजदीकी ठाणे में शिकायत करे ।
भू माफियाओं से कैसे बचे ?
अंचलाधिकारी से मिलकर मामले का निपटारा करें। भू माफियाओं पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 406, 420, 467, 468 आदि के तहत विश्वासघात, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज़ के लिए शिकायत कर सकते है ।
अवैध कब्जा की शिकायत का करे ?
सबसे पहले पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पास लिखित शिकायत दर्ज करनी चाहिए जहां संपत्ति स्थित है। पुलिस शिकायत को स्वीकार करेगी और आपको सहायता प्रदान करेगी।
कितने साल तक जमीन पर कब्जा जमाए रखने से मालिकाना हक मन जाता है?
लिमिटेशन एक्ट, 1963 के तहत निजी संपत्ति पर मालिकाना हक का दावा करने का समय 12 साल है, जबकि सरकारी जमीन पर ये सीमा 30 साल है । जबरन कब्जे की शिकायत 12 साल के अंदर करनी होगी ।
भारत में किसी ने आपकी जमीन पर कब्जा कर लिया है तो क्या करें?
आप उस व्यक्ति(व्यक्तियों) के खिलाफ नागरिक कार्रवाई कर सकते हैं जिन्होंने आपकी जमीन हड़प ली है । 1963 का विशिष्ट राहत अधिनियम आपको धारा 5 के तहत सिविल कोर्ट में मुकदमा दायर करने की अनुमति देता है।
यदि आपको गलत तरीके से अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया गया है, तो आप धारा 6 के तहत मुकदमा दायर कर सकते हैं।