सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर और आवासहीन परिवारों के लिए नई – नई योजनाएं आती रहती है। जिससे पात्र लोगों का स्तर में सुधार किया जा सकें। अगर आप सरकारी योजना का लाभ लेकर सरकारी जमीन का पट्टा बनवाना चाहते है, तो घर बैठे ऑनलाइन आवेदन करके पट्टा बनवा सकते है। अगर आप सरकारी योजना का लाभ लेकर सरकारी जमीन का पट्टा बनवाना चाहते है और ऑनलाइन सरकारी जमीन का पट्टा कैसे बनाएं की जानकारी चाहते हैं तो इस पोस्ट को पूरा देखें |
राजस्व विभाग द्वारा सरकारी जमीन का पट्टा प्रदान किया जाता है। जिससे भूमिहीन और आवासहीन परिवारों की मदद किया जा सकें। लेकिन अधिकांश लोगों को सरकारी जमीन का पट्टा कैसे बनाएंइसकी प्रक्रिया के बारे में नहीं मालूम। जिसके कारण इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं उठा पाते। इसलिए आप इस पोस्ट सरकारी जमीन का पट्टा कैसे बनाएं में दी गयी पूरी जानकारी को पूरा जरुर देखें | तो चलिये शुरू करते हैं |
सरकारी जमीन का पट्टा कैसे बनाएं
स्टेप-1 जमीन का पट्टा बनाने का आधिकारिक वेबसाइट को ओपन करें
सरकारी जमीन का पट्टा बनाने के लिए आपको सबसे पहले हमें RCMS की वेबसाइट में जाना है। इसके लिए गूगल सर्च बॉक्स में rcms.mp.gov.in टाइप करके सर्च करें या यहाँ दिए गए डायरेक्ट लिंक का उपयोग करें। आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिये इस डायरेक्ट लिंक को ओपन कर सकते है – sarkari patta portal
स्टेप-2 आवासीय पट्टे विकल्प को सेलेक्ट करें
राजस्व विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट खुल जाने के बाद स्क्रीन पर आपको अलग – अलग सुविधाओं का विकल्प दिखाई देगा। हमें ऑनलाइन पट्टा बनाना है, इसलिए यहाँ मेनू में आवेदन विकल्प को चुनें। इसके बाद आवासीय पट्टे विकल्प को सेलेक्ट कीजिये।
स्टेप-3 भूमि / जमीन का विवरण भरें
अब जिस जमीन का पट्टा बनवाना है, उसका विवरण भरना है। यहाँ सबसे पहले अपने जिला का नाम भरें। इसके बाद तहसील, आरआई सर्किल, पटवारी हल्का, ग्राम आदि विवरण सेलेक्ट कीजिये। जैसे नीचे स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है –
स्टेप-4 आवेदक एवं सीमाओं की जानकारी भरें
अब जिसके नाम पर ऑनलाइन पट्टा बनवाने के लिए आवेदन करना है, उसका नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि विवरण भरें। इसके बाद जमीन की लम्बाई चौड़ाई भरकर चारों दिशाओं में किसका जमीन है, उसका नाम लिखें।
स्टेप-5 पट्टा के लिए दस्तावेज संलग्न करें
ऑनलाइन जमीन का पट्टा बनाने के लिए आपको सभी जरुरी डॉक्यूमेंट भी अपलोड करने पड़ेंगे। दस्तावेज में पंचायत प्रमाण पत्र, स्थल का फोटो, एवं नजरीय नक्शा लगेंगे। इन सभी डॉक्यूमेंट की स्कैन किये हुए कॉपी अपलोड करें। फिर घोषणा में चेक मार्क लगाकर सेव करें बटन को चुनें।
स्टेप-6 सरकारी जमीन का पट्टा बनायें
जैसे ही सरकारी जमीन का पट्टा बनवाने हेतु आवेदन सबमिट होगा, स्क्रीन पर उसका नोटिफिकेशन दिखाई देगा। इसके बाद नीचे प्रिंट पावती का विकल्प मिलेगा। हमें आवेदन की पावती की जरुरत पड़ेगी। इसे प्रिंट करने के लिए यहाँ प्रिंट पावती विकल्प को चुनें।
स्टेप-7 जमीन का पट्टा की पावती निकाले
इसके बाद स्क्रीन पर सरकारी जमीन का पट्टा बनाने हेतु आवेदन की पावती दिखाई देगा। इसमें आवेदन दिनांक, आवेदक का नाम, पिता का नाम, पता, आवेदन क्रमांक आदि विवरण दिया रहेगा। इसे आप प्रिंट करके अपने पास रख लें। जरुरत पड़ने पर राजस्व विभाग में इसे जमा करना पड़ेगा।
सरकारी जमीन का पट्टा सामान्य प्रश्न (FAQs)
सरकारी जमीन का पट्टा बनाने के लिए क्या करें ?
सरकारी जमीन का पट्टा बनाने के लिए अपने राज्य की RCMS वेब पोर्टल में जाइये। इसके बाद मेनू में पट्टा हेतु आवेदन विकल्प को चुनें। फिर पट्टा बनवाने हेतु मांगी गई सभी जानकारी को ध्यान से भरें और सभी जरुरी दस्तावेज उपलोड करें। अब ऑनलाइन आवेदन सबमिट करके पावती डाउनलोड कर लें। अगर आपके राज्य की राजस्व विभाग की पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा नहीं है तब आप ऑफलाइन यानि निर्धारित फॉर्म को भरकर भी सरकारी जमीन का पट्टा बनवा सकते है।
जमीन का पट्टा कौन बनाता है ?
ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन का पट्टा ग्राम पंचायत समिति बनाता है। शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका/ नगर पंचायत द्वारा जमीन का पट्टा बनाकर दिया जाता है। ग्राम या जनपद पंचायत में जमीन पट्टा हेतु प्राप्त आवेदन को समिति द्वारा अनुमोदन किया जाता है। उसके बाद ही पट्टा बनाया जाता है।
जमीन का पट्टा कितने साल का होता है ?
नियम संहिता के अनुसार 5 या 10 साल के लिए जमीन का पट्टा होता है। समिति के प्रस्ताव के अनुसार पट्टे अवधि घटाया या बढ़ाया जा सकता है। अगर आपके जमीन का पट्टा की अवधि समाप्त हो गई हो तब आप अपने पट्टा को नवीनीकरण भी करवा सकते है।
जमीन के पट्टे कितने प्रकार के होते हैं?
जमीन के पट्टे सामान्यतः 2 प्रकार के होते है। 1. मियादी या मुद्दती पट्टा 2. इस्तमरारी पट्टा। सरकारी योजना के अनुसार इन दोनों तरह के पट्टे आबंटित किये जाते है। इन दोनों पट्टा में कुछ अंतर होते है। पट्टा लेने के पहले आप इसके बारे में जानकारी जरूर लें।